पीएम किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार की एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है, जो किसानों को आर्थिक मदद देने के लिए चलाई जा रही है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को खेती से जुड़ी वित्तीय परेशानियों से राहत देना और उनकी आय में बढ़ोतरी करना है। दिसंबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत की थी और तब से अब तक लाखों किसानों को इसका सीधा लाभ मिला है।
अब तक सरकार द्वारा किसानों के बैंक खातों में 20 किस्तें भेजी जा चुकी हैं और अब सबकी नजर 21वीं किस्त पर है। इस बार एक बड़ी चर्चा यह है कि किसानों को 21वीं किस्त में ₹4000 तक की राशि मिल सकती है, जो पहले किस्तों से अलग होगी। किसानों के लिए यह बड़ी राहत की खबर हो सकती है क्योंकि यह राशि सीधा उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
PM Kisan 21st Installment 2025
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को सालाना ₹6000 की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह राशि तीन बराबर किस्तों में दी जाती है, यानी हर चार महीने में किसानों के खाते में ₹2000 जमा होते हैं। लेकिन इस बार 21वीं किस्त को लेकर खबर सामने आ रही है कि किसानों को ₹4000 एक साथ दिए जाएंगे।
यह कदम सरकार द्वारा इसलिए उठाया जा रहा है ताकि बढ़ती महंगाई और खेती से जुड़े खर्चों को किसान आसानी से झेल सकें। अभी तक प्रति किस्त ₹2000 मिलते थे, मगर अब यह राशि दोगुनी मिलने से किसानों को थोड़ी और राहत मिलेगी। यह पैसा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से बैंक खातों में भेजा जाएगा।
योजना के लाभार्थी कौन हैं
इस योजना का लाभ देश के सभी छोटे और सीमांत किसान परिवारों को दिया जाता है। छोटे और सीमांत किसान वे होते हैं जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की जमीन होती है। इन किसानों को ही योजना का सीधा लाभ दिया जाता है। सरकार का मकसद यही है कि खेती पर निर्भर किसानों को न्यूनतम आर्थिक सहयोग दिया जाए।
योजना में शामिल होने के लिए किसानों का बैंक अकाउंट आधार से लिंक होना जरूरी है। साथ ही, ई-केवाईसी पूरी होना भी अनिवार्य है। जिन किसानों ने यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उनके खाते में राशि ट्रांसफर नहीं की जाएगी।
आवेदन और किस तरह मिलेगा पैसा
पीएम किसान सम्मान निधि योजना में पंजीकरण करना बहुत आसान है। किसान अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर या सीधे पीएम किसान पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय किसान को आधार कार्ड, बैंक पासबुक और जमीन से जुड़े दस्तावेज जमा करने होते हैं।
पंजीकरण के बाद सरकार द्वारा जानकारी की जांच की जाती है और सही पाए जाने पर किसान को लाभार्थी सूची में शामिल किया जाता है। एक बार नाम सूची में आने के बाद किस्तें नियमित रूप से किसान के बैंक खाते में भेजी जाती हैं।
क्यों मिल रही है ₹4000 की किस्त
अब तक की 20 किस्तों में हर बार सिर्फ ₹2000 ही भेजे गए थे। किसानों के लिए इस बार सरकार ने राहत देने का फैसला किया है। यह संभावना जताई जा रही है कि पिछली बकाया किस्त और वर्तमान किस्त को मिलाकर किसानों को एक साथ ₹4000 दिए जाएंगे। इसका कारण यह भी है कि कई किसानों के खाते में तकनीकी गड़बड़ी के कारण पिछली किस्तें समय पर नहीं पहुंच पाईं।
इसलिए अब सरकार उन किसानों को राहत देने के लिए दो किस्तें एक साथ जारी कर सकती है। इस तरह किसानों को सीधा फायदा होगा और वे अपनी खेती के कार्यों के लिए पैसों का उपयोग कर पाएंगे।
किसानों के लिए जरूरी बातें
किसानों को यह खास ध्यान रखना चाहिए कि उनके नाम से बैंक खाते में किस्त तभी आएगी जब उनका आधार ई-केवाईसी से जुड़ा हो और बैंक खाता सक्रिय हो। अगर ई-केवाईसी पूरी नहीं है तो पैसा खाते में अटक सकता है। इसलिए लाभार्थियों को सलाह दी जाती है कि समय रहते इस प्रक्रिया को पूरा करें।
इसके अलावा, किसान योजना की आधिकारिक लाभार्थी सूची को समय-समय पर चेक कर सकते हैं। इससे उन्हें यह जानकारी मिल सकेगी कि उनका नाम शामिल है या नहीं और उन्हें लाभ मिलेगा या नहीं।
निष्कर्ष
पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए जीवनरेखा साबित हो रही है। 21वीं किस्त में ₹4000 का ट्रांसफर किसानों के लिए बड़ी राहत का कदम होगा। इससे किसानों को अतिरिक्त आर्थिक मदद मिलेगी, जिससे वे खेती और घरेलू जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकेंगे। यह योजना सच में किसानों के जीवन को सशक्त बनाने की दिशा में सरकार का बड़ा प्रयास है।